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जनवरी 20, 2018
मध्यप्रदेश के प्रमुख अभयारण्य(Chief Sanctuary of Madhya Pradesh)
मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण तथा प्रमुख अभ्यारण
बोरी | बोरी अभ्यारण होशंगाबाद जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 485.340 वर्ग किलोमीटर है इस में शेर , तेंदुआ , सांभर , चीतल , गौर , हिरण , जंगली सूअर आदि वन्य प्राणी पाए जाते हैं |
फैन | हिना अभ्यारण मंडला जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 110.74 वर्ग किलोमीटर है इसमें तेंदुआ , शेर , चीतल , सांभर वन्यप्राणी मुख्यता पाए जाते हैं |
करेरा करेरा | करेरा अभ्यारण शिवपुरी जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 210.210 वर्ग किलोमीटर है इसमें सांभर , चीतल , नीलगाय , सुनहरी चिड़िया आदि वन्य प्राणी पाए जाते हैं |
केन घड़ियाल अभयारण्य | यह अभ्यारण छतरपुर/पन्ना जिले में है इसका क्षेत्रफल 45.201 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता घड़ियाल तथा मगरमच्छ पाए जाते हैं |
नरसिंहगढ़ | यह राजगढ़ जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 57.190 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता तेंदुआ , सांभर , चीतल , जंगली सूअर , मोर आदि वन्य प्राणी पाए जाते हैं |
नौरादेही | नौरादेही अभ्यारण सागर/दमोह/ नरसिंहपुर जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 1194.670 वर्ग किलोमीटर इसमें शेर , तेंदुआ , चीतल , सांभर , नीलगाय , जंगली सूअर , कुत्ता आदि वन्य प्राणी पाए जाते है |
पचमढ़ी पचमढ़ी | पचमढ़ी होशंगाबाद में स्थित है इसका क्षेत्रफल 415.904 वर्ग किलोमीटर है इसमें शेर , तेंदुआ , सांभर , चीतल , गौर , नीलगाय , हिरण , चिंकारा आदि वन्य प्राणी पाए जाते हैं |
कूनो पालपुर | यह अभ्यारण मुरैना जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 344.680 वर्ग किलोमीटर है इसमें शेर , तेंदुआ , चीतल , सांभर , नीलगाय , चिंकारा मुख्यता पाए जाते हैं |
रातापानी | रायसेन/सीहोर जिले में है इसका क्षेत्रफल 689.46 वर्ग किलोमीटर है इसमें शेर , सांभर , तेंदुआ , चीतल , नीलगाय पाए जाते हैं |
सिंधौरी | सिंधौरी रायसेन जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 287.910 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता तेंदुआ , शेर , सांभर , चीतल , नीलगाय वन्य प्राणी पाए जाते हैं |
सरदारपुर (खरमोर) | यह अभ्यारण धार जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 348.121 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता चिड़ियां , तथा फूल के लिए प्रसिद्ध है |
रालामंडल | यह इंदौर जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 2.340 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता बाघ , तेंदुआ , चीतल , सांभर , बाघ और भालू आदि वन्य प्राणी पाए जाते हैं |
बगदरा | यह अभ्यारण सीधी जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 478.000 वर्ग किलोमीटर है इस अभ्यारण में मुख्यता तेंदुआ , चीतल , सांभर , नीलगाय पाए जाते हैं |
घाटीगांव | ग्वालियर जिले में स्थित है इसका क्षेत्रफल 512.0 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता चिंकारा , सांभर , नीलगाय , सुनहरी चिड़िया के लिए प्रसिद्ध है |
गांधीसागर | यह मंदसौर/नीमच में स्थित है इसका क्षेत्रफल 368.620 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता तेंदुआ , चीतल , चिंकारा , नीलगाय तथा जल पक्षी पाए जाते हैं |
राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल | यह मुरैना जिले में स्थित है और इसका क्षेत्रफल 320 वर्ग किलोमीटर है |
पनपठा | उमरिया जिले में स्थित है तथा इसका क्षेत्रफल 245.842 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता शेर , तेंदुआ , चीतल , सांभर , नीलगाय , चौसिंगा , हिरण आदि पाए जाते हैं |
पेंच (इंदिरा प्रियदर्शिनी राष्ट्रीय उद्यान) | यह सिवनी /छिंदवाड़ा में स्थित है तथा इसका क्षेत्रफल 118.473 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता शेर , तेंदुआ , सांभर , चीतल , गौर पाए जाते हैं |
संजय डूबरी | यह अभ्यारण सीधी जिले में स्थित है तथा इसका क्षेत्रफल 364.693 वर्ग किलोमीटर है इसमें शेर , तेंदुआ , चीतल , नीलगाय , सांभर , चिंकारा मुख्यता पाए जाते हैं |
सोन घड़ियाल अभयारण्य | यह सीधी शहडोल में स्थित है तथा इसका क्षेत्रफल 41.80 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता घड़ियाल , मगरमच्छ , कछुआ , प्रवासी पक्षी पाए जाते हैं |
सैलाना | सैलाना रतलाम जिले में स्थित है तथा इसका क्षेत्रफल 12.965 वर्ग किलोमीटर है और यह चिड़िया तथा फूल के लिए प्रसिद्ध है |
ओरछा | यह टीकमगढ़ जिले में स्थित है और इसका क्षेत्रफल 44.910 वर्ग किलोमीटर है इस में मुख्यता तेंदुआ , जंगली सूअर , सांभर , चीतल , चिंकारा , आदि वन्य प्राणी पाए जाते हैं |
गंगऊ | गंगऊ पन्ना जिले में स्थित अभ्यारण है इसका क्षेत्रफल 68.140 वर्ग किलोमीटर है इस में मुख्यता तेंदुआ , जंगली सूअर , सांभर , चीतल , नीलगाय , चिंकारा वन्य प्राणी पाए जाते हैं |
कालीभीत | यह अभ्यारण बैतूल जिले में प्रस्तावित है |
सुरमेनिया | यह अभ्यारण खंडवा जिले में प्रस्तावित है और इसका क्षेत्रफल 178.21 वर्ग किलोमीटर है |
दुर्गावती | यह अभ्यारण जबलपुर जिले में स्थित है और उसका क्षेत्रफल 23.970 वर्ग किलोमीटर है |
मांधाता | यह अभ्यारण खंडवा जिले में प्रस्तावित है और इसका क्षेत्रफल 69.24 वर्ग किलोमीटर है |
कामधेनु गौ अभ्यारण | यह शाजापुर जिले में स्थित है और इसका क्षेत्रफल 472.63 हेक्टेयर है यह अभ्यारण को उत्पादन तथा अनुसंधान हेतु बनाया गया है |
मयूर अभ्यारण | यह झाबुआ जिले में स्थित है |
कट्ठीवाड़ा | यह अभ्यारण अलीराजपुर जिले में स्थित है और इसका क्षेत्रफल 90 वर्ग किलोमीटर है |
खिवनी | यह देवास जिले में स्थित है और इसका क्षेत्रफल 134.778 वर्ग किलोमीटर है इसमें मुख्यता तेंदुआ , चीतल , सांभर , नीलगाय , हिरण आदि पाए जाते हैं |