मध्य प्रदेश के राजकीय चिंन्ह
मध्य प्रदेश सरकार ने 1 नवंबर 1981 को प्रदेश के रजत जयंती अवसर पर राज्य प्रतीक अधिनियम 1981 पारित कर राज्य के प्रतीक चिन्हों जैसे- राजकीय पशु, राजकीय वृक्ष,राजकीय फूल, राजकीय पक्षी आदि के नामों को घोषित किया गया|
मध्य प्रदेश के राजकीय चिन्ह:-
1. 24 स्तूप आकृति के अंदर एक वृत,जिसमें गेहूं और धान की बालियाँ अंकित की गई है|
2. राजकीय पुष्प : सफेद लिली
सफेद लिली, लिलीएसी फेमिली का एक मेंबर है,जो एक प्रकार की साखीय पौधे हैं जो आकृति और सुंदरता के कारण विश्व विख्यात है| जिसका तना काफी ऊंचा होता है| इस पौधों की वृद्धि के लिए गहरी,दोमट और सिंचित मिट्टी की आवश्यकता होती है|
3. राजकीय पशु : बारहसिंगा
मध्यप्रदेश का राजकीय पशु ब्रेडरी प्रजाति का बारहसिंगा है| बारहसिंगा को दलदल का मृग (Rucervus duvaucelii) के नाम से भी जाना जाता है,जो हिरण की एक जाति है, जिसकी दुर्लभ प्रजाति के एकमात्र नेशनल पार्क कान्हा किसली में पाया जाता है| किसी बारहसिंगा वयस्क नर में सींगों की संख्या की 10 से 14 या इससे भी अधिक शाखाओं के रूप में होती है, इसी विलक्षण अंग या सींगों कारण इसे बारहसिंगा कहा जाता है|
4. राजकीय पक्षी : शाह बुल-बुल (पैराडाइजफ्लाई कैचर)(दूधराज)
मध्य प्रदेश के इस अधिनियम के तहत मध्य प्रदेश के ‘दूधराज’ पक्षी को राज्य पक्षी घोषित किया गया जिसे शाह बुल-बुल (पैराडाइजफ्लाई कैचर) के अलावा अन्य नाम टिटैनी, माहारैनी भी कहा जाता है| यह सुंदर पक्षी है जिसकी पहचान सफेद और काली कलंगी और लहराते सफेद पूछ से है| यह अपनी निश्चित आयु होने पर शरीर का रंग बदल लेता है|
5. राजकीय वृक्ष : बरगद(वट वृक्ष)
बरगद वृक्ष जिसे ‘वट वृक्ष’ नाम से भी जाना जाता है
जो मध्यप्रदेश का राजकीय वृक्ष होने के साथ भारत का राष्ट्रीय वृक्ष भी बरगद वृक्ष ही है | जो मोरेसी कुल से सम्बंधित है जिसका वैज्ञानिक नाम ‘फ़ाइकस वेनगैलेंसिस’ है | जो हिंदू का एक पवित्र, पूजनीय और औषधि के महत्व का एक महत्वपूर्ण है|
6. राजकीय मछली : महाशीर
महाशीर मछली जो प्रदूषण रोकने और पानी को स्वच्छ रखने में मदद करती है जिसका वैज्ञानिक नाम टोर-टोर है|
7. राजकीय नाट्य :- माच
मध्य प्रदेश का लोक नाट्य ‘माच’ है| माच शब्द संस्कृत के ‘मंच’ शब्द से बना है| जिसका उद्गम स्थल उज्जैन को माना जाता है | इसकी प्रस्तुति एक ऊँचे और खुले मंच के रूप में की जाती है| ‘ढोलक’ तथा ‘सारंगी’ के महत्वपूर्ण वाद्य है| प्रदेश में इसका सर्वाधिक प्रचार क्षेत्र मालवा अंचल के अंतर्गत आता है| माच के मुखिया के हाथों खंब की पूजा विधि संपन्न होती की जाती है|
8. राजकीय नृत्य:- राई
मध्य प्रदेश का राजकीय लोक नृत्य राई है| जो बुंदेलखंड का मुख्य नृत्य है जो ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों के जन्म, विवाह के अवसरों पर उचित कार्य की पूर्ति होने पर राई का आयोजन किया जाता है| इसमें एक नर्तकी होती है जिसे ‘बेड़नी’ कहाँ जाता है, जो राई नृत्य के केंद्र में होती है|
9. राजकीय फसल :- सोयाबीन
म.प्र. की राजकीय फसल सोयाबीन है| सोयाबीन प्रमुख तिलहनी फसल है| भारत के लगभग 80% सोयाबीन का उत्पादन अकेले इसी राज्य में होता है सर्वाधिक बड़ा उत्पादक राज्य होने के कारण ही इसे ‘सोया स्टेट’ के नाम से भी जाना जाता है|
10. राजकीय गान:- सुख का दाता, सबका साथी, शुभ का यह संदेश है| मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है|
11. राजकीय खेल : मलखंब
मलखंब मध्य प्रदेश प्राचीनतम और परंपरागत खेल है अत: इसके संरक्षण हेतु म.प्र. सरकार द्वारा राजकीय खेल के रूप में घोषित किया गया है| मलखंब एक प्राचीन खेल विधा है जिसमें एक मैदान के बीचो-बीच खंबा गाड़कर प्रतियोगी को खंबे के सहारे करतब दिखाना पड़ता है| खेल से किसी खिलाड़ी के पूरे शरीर का व्यायाम होता है|
12. राजकीय नदी:- नर्मदा
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