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अक्तूबर 04, 2018

भारत में संगीत से जुड़े व्यक्तित्व (Music associated with India)

भारत में संगीत से जुड़े व्यक्तित्व  तथा  उनकी जानकारी जो की परीक्षा  में   कई  बार  पूछी  जाती  है 



बैजूबावरा:-   इनका जन्म 1450 में गुजरात राज्य में हुआ था मंगल गुजरी तथा गुजरी टोडी जैसी  नवीन रागों का आविष्कार बैजू बावरा ने ही किया था

तानसेन:- संगीत सम्राट तानसेन का जन्म 1506 ईसवी में ग्वालियर के समीप बेहट गांव में हुआ थायह मुगल सम्राट अकबर के नवरत्नों में से एक थे

चंडीदास:-  प्रसिद्ध संस्कृत कवि जयदेव के समकालीन थे इनका जन्म पश्चिम बंगाल में हुआ था |

अमीर खुसरो:-  उन्होंने भारतीय संगीत को वैदिक संगीत के ध्रुपद धमार गायकी के पुराने दायरे से निकालकर फारसी तथा अरबी संगीत के संपर्क में लाकर भारतीय एवं ईरानी संगीत में समन्वय की स्थापना की




स्वामी हरिदास:-  स्वामी हरिदास का आविर्भाव काल संभवत: 14 वी शताब्दी के उत्तरार्ध में माना जाता है | इनकी प्रमाणिक रचनाओं के रूप में 118 ध्रुपद पदों की स्वीकृति मिली है जिनमें 18 सिद्धांत के पद तथा 110 केलिमाल के नाम से प्रसिद्ध है| |

वेम्मना:- 17 वी शताब्दी के उत्तरार्ध में जन्मे वेम्मना तेलुगू भाषा के प्रसिद्ध कवि थे | इनके गीतों का संग्रह वेम्मन शतकम के नाम से विख्यात है |



अदारंग:- गुरु सदारंग के शिष्य  फिरोज खां   एक श्रेष्ठ गायक तथा  बीनकार  थे |

ध्यागराज:-  राज कर्नाटक के संगीत के पारंपरिक स्वरूप में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का श्रेय  त्याग राज को जाता है|


रहीम सेन:- 1773 ईस्वी में जन्मे रहीम सेन (प्रसिद्ध सितार वादक) का संबंध  सेनिया घराने से था|

कुदाऊ सिंह:-  सन 1815 ईसवी में जन्मे कुदाऊ सिंह देश के सुप्रसिद्ध मृदंग बादको में से एक थे यह पखावज वादन में भी सिद्धहस्त  थे सन 1910 ईस्वी में इन महान कलाकार का निधन हो गया



पं. कृष्ण राव शंकर पंडित:-   इनका जन्म 26 जुलाई 1893 को ग्वालियर में हुआ था यह ग्वालियर घराने के प्रतिनिधि गायक तथा हिंदुस्तानी संगीत के शलाका पुरुष थे  इन्होंने सन 1914 में ग्वालियर के 'गंधर्व ग्वालियर महाविद्यालय' की स्थापना की


पं. विष्णु नारायण भातखंडे:-  इनका जन्म 10 अगस्त 1807 ई. को  महाराष्ट्र के बालूकेश्वर  नामक स्थान पर हुआ था उन्होंने कई खंडों में हिंदुस्तानी संगीत पद्धति की क्रमिक पुस्तक माला का प्रकाशन किया |

आमिर खां:-   आमिर खां  का जन्म 1912 ईस्वी में अकोला में इंदौर के योग्य  संगीत वादक शमीर खां के यहां हुआ था यह किराना घराने के सर्वश्रेष्ठ संगीतकार थे |  यह 1967 में संगीत नाटक अकादमी के अकादमी अवार्ड एवं 1971 में पद्मश्री तथा राष्ट्रीय संगीतज्ञ की उपाधि से भी सम्मानित किए गए


अब्दुल करीम खां:-  सन 1884 ईसवी में जन्मे अब्दुल करीम खान ने हिंदुस्तानी संगीत को दक्षिण भारत में लोकप्रिय बनाने में अभूतपूर्व योगदान दिया सन 1913 में पुणे में इन्होंने 'कार्य संगीत विद्यालय' की स्थापना की



बालासाहेब पूछ वाले:-  ख्याल के साथ ही टप्पा तथा तराना शैली के प्रसिद्ध गायक श्री बालासाहेब पूछ वाले का जन्म ग्वालियर में दिसंबर 15 , 1912 को हुआ था बालासाहेब पूछ वाले ने भारतीय संगीत के विकास में काफी बड़ा योगदान दिया


पं. भीमसेन जोशी:-  पंडित भीमसेन जोशी हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के सर्वश्रेष्ठ कलाकारों में से एक हैं |


अली अकबर खां:-   इनका का जन्म सरोज सम्राट उस्ताद अलाउद्दीन खां के घर 14 अप्रैल 1922 को हुआ था यह अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सरोदवादक है यह संगीत अकादमी और राष्ट्रपति पुरस्कार के साथ ही पद्म भूषण की उपाधि से अलंकृत किए जा चुके हैं |


पं. विष्णु दिगंबर पलुस्कर:-  इनका जन्म 30 अगस्त 1872 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कुंदनबाड़ी नामक ग्राम में जन्मे श्री पलुस्कर द्वारा 1895 में लाहौर के गंधर्व विश्वविद्यालय की स्थापना की सन 1908 में मुंबई में संगीत महाविद्यालय की स्थापना की संगीत के क्षेत्र में मैं इनकी अनुपम देन है


मुस्ताक अली खां:-  सेनिया घराने के प्रसिद्ध सितार वादक मुस्ताक अली खान देश के एकमात्र सितार वादक थे जो पारंपरिक शैली में 17 तारों पर वादन करते थे


हीराबाई बड़ोदकर:-  हीराबाई बड़ौद कर किराना घराने की प्रसिद्ध गायिका थी उनके गायन में यमन , भूप  एवं मालकांस  रागों की ही प्रधानता रहती थी


पंडित कामता प्रसाद मिश्र:-  प्रसिद्ध तबला वादक तथा तबला सम्राट की उपाधि से विभूषित पंडित शांता प्रसाद मिश्र उर्फ  गूदई  महाराज का संबंध हिंदुस्तानी संगीत के बनारस से  है यह पद्मश्री तथा अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं


 बिस्मिल्लाह खां"-  शहनाई वादन की कला के माध्यम से विश्व प्रसिद्ध बिस्मिल्ला खां का जन्म 1915 में बिहार राज्य के भोजपुर जिले के डुमरांव में  हुआ |  1969  में  एशियाई संगीत सम्मेलन का रोस्तम  पुरस्कार और भारत सरकार द्वारा विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं


पं. रवीशंकर:-  इनका जन्म 7 अप्रैल 1920 को उदयपुर में हुआ था |  इन्होंने विभिन्न रागों के सम्मेलन से कई नवीन रागो  को जन्म दिया है जैसे तिलकश्याम, कामेश्वरी, रंगेश्वरी , करसिया , नट भैरव , परमेश्वरी एवं मोहन कोंस  तथा गानों की 4 -5  सौ   विभिन्न बंदिशें  | 1982 में आयोजित एशियाड  का धुन इन्होंने ही तैयार किया था



 अल्लादिया खां :-  सन 1885 में जन्मे अल्लादिया खां का संबंध अलीगढ़ के पास स्थित संगीत के अतरौली  या अमोली घराने से हे 



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अक्तूबर 01, 2018

most importent vyapam_MPPSC gk for 2018-19-3(2018-19 के लिए सबसे महत्वपूर्ण vyapam GK , MPPSC GK -3)

MOST IMPORTANT MPPSC VYAMPAM GK FOR 2018-19 EXAM-3




1.जनगणना 2011 के अनुसार मध्य प्रदेश की साक्षरता दर क्या है

Ans.69.32%

2.किसे नवंबर 2017 को भारत के 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था

Ans.एनके सिंह

3.नवंबर 2017 को महिलाओं की एकल श्रेणी में बैडमिंटन के बयान से वरिष्ठ राष्ट्रीय चैंपियनशिप खिताब           किसने जीता था

Ans.साइना नेहवाल

4.मध्यप्रदेश विधानसभा के सभापति स्पीकर कौन हैं

Ans.सीताशरण शर्मा

5.अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय  क्रिकेट में तीन दोहरे शतक बनाने वाले एकमात्र खिलाड़ी कौन है

Ans.रोहित शर्मा

6.ओशो रजनीश का जन्म मध्य प्रदेश के किस जिले में हुआ था

Ans.रायसेन 

7.मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम का आदर्श वाक्य क्या है

Ans.अतुल्य भारत का हृदय

8.मध्यप्रदेश में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय कहां स्थित है

Ans.भोपाल

9.मध्यप्रदेश में सिक्योरिटी पेपर मिल कहां स्थित है

Ans.होशंगाबाद

10.मेरी इक्यावन कविताएं मध्य प्रदेश के किस लेखक की कृति हैं

Ans.अटल बिहारी वाजपेई

11.भारत में टावर ऑफ साइलेंस किस धर्म से संबंधित है

Ans.पारसी

12.प्रथम भारतीय स्वदेशी रंगीन फिल्म कौन सी है

Ans.किसान कन्या

13.डॉक्टर एम बालमुरलीकृष्ण------- के एक प्रसिद्ध कलाकार थे

Ans.कर्नाटक गायन

14.हम्पी  दक्षिण भारत के किस साम्राज्य का अवशेष है

Ans.विजयनगर
15.जनगणना 2011 के अनुसार मध्य प्रदेश के प्रति वर्ग किलोमीटर का औसत घनत्व क्या है

Ans.236


16.आधुनिक भारतीय मूर्तिकला का जनक किसे कहा जाता है

Ans.रामकिंकर बैज

17.लोकसभा की पहली महिला महासचिव के रूप में किसको नियुक्त किया गया है

Ans.स्नेहलता श्रीवास्तव

18.मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी मध्य प्रदेश के किस स्थान पर स्थित है

Ans.जबलपुर

19.मध्य प्रदेश में कितने जिले हैं वर्तमान में

Ans.52 जिले

20.उस  चक्रवात का नाम क्या है जिसने नवंबर से दिसंबर 2017 में केरल तमिलनाडु और लक्षद्वीप में कहर
बरपाया था

Ans.ओखी

21.मध्य प्रदेश के सांची के स्तूप में देखी जाने वाली सजावट शैली को क्या कहा जाता है

Ans.भरहुत

22.राजा बनने से पहले सम्राट अशोक वर्तमान के मध्य प्रदेश में किस जिले के राज्यपाल थे

Ans.उज्जैन

23.भारत का पहला शहर जिसका अपना लोगो है

Ans.बेंगलुरु

24.'खेलो इंडिया' स्कूल गेम्स 2018 के प्रसारण का अधिकार किसने प्राप्त किया

Ans.स्टार स्पोर्ट

25.मध्यप्रदेश की जनजातियों में से किस की सांस्कृतिक पहचान भगोरिया नृत्य शैली है

Ans.बैगा


26.अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए रानी लक्ष्मीबाई ने ग्वालियर के समीप कब अपना जीवन गवा दिया था

Ans.1858

27.उज्जैन किस नदी के तट पर बसा हुआ है

 Ans.शिप्रा

 28.किस जिले में भीमबेटका सैलाश्री स्थित है

 Ans.रायसेन

 29.दिल्ली में स्थित अक्षरधाम मंदिर समर्पित है

 Ans.स्वामीनारायण

 30.भारत के अमर कवि नाटककार कालिदास मध्य प्रदेश के किस जिले से जुड़े हुए थे

Ans. उज्जैन




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सितंबर 27, 2018

most importent vyapam_MPPSC gk for 2018-19(2018-19 के लिए सबसे महत्वपूर्ण vyapam GK , MPPSC GK )


MOST IMPORTANT MPPSC VYAMPAM GK FOR 2018-19 EXAM-2


1.लालजी सिंह को भारत के---------- रूप में जाना जाता है

Ans.डीएनए फिंगर प्रिंटिंग के पिता

2.हाल ही में रिलीज अरूंधती राय के दूसरे और नवीनतम उपन्यास का नाम बताइए

Ans.दाम मिनिस्ट्री ऑफ अटमॉसट  हैप्पीनेस

3.मध्य प्रदेश के  किस शहर में कप्तान रूप सिंह स्टेडियम स्थित है

Ans.ग्वालियर

4. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार शिवराज सिंह चौहान ने कौन से वर्ष पदभार संभाला था

Ans.2005

5.मध्य प्रदेश के 16 लोकसभा में कितनी सीटें हैं

Ans.29

6.भारत सरकार द्वारा शुरू की गई 'स्वयं' का उद्देश्य क्या है

 Ans.बड़े पैमाने पर ऑनलाइन शिक्षण पाठ्यक्रम को खोलना


7.जून 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा समर्पित मोहनपुरा सिंचाई परियोजना मध्य प्रदेश के किन जिलों से आई है

Ans.राजगढ़

8.मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान ने किसकी जगह ली

Ans.बाबूलाल गौर

9.1917 में किस फिल्म निर्माता ने "हिंदुस्तान फिल्म कंपनी" की स्थापना की थी

Ans.दादासाहेब फालके

10.लोकप्रिय हिंदी  कलाकार अशोक , अनूप कुमार , और किशोर कुमार  मध्य प्रदेश के किस जिले से संबंधित हैं

Ans.खंडवा


11. 1923 में 'ध्वज सत्याग्रह' मध्यप्रदेश के किस स्थान में आयोजित किया गया था

Ans.जबलपुर

12.शाहजहां की मुमताज महल की मृत्यु  मध्य प्रदेश के किस स्थान पर हुई

Ans.बुरहानपुर

13.भोपाल में अनुसंधान और औद्योगिक स्टाफ प्रदर्शन केंद्र  (सी.आर.आई.एस.पी.) निम्नलिखित में से किस        देश के सहयोग  द्वारा स्थापित किया गया है

Ans.जर्मनी


14.वर्तमान भारतीय रिकॉर्ड धारक गुरमीत सिंह किस खेल से संबंधित है

Ans.रेस वाक

 15.वर्ष 2017 में ईस्ट बंगाल फूटबाल  क्लब के द्वारा 'भारत गौरव' पुरस्कार से किसे सम्मानित किया गया था
धनराज पिल्ले

16.भारत में सबसे पुराण ईसाई चर्च किस राज्य में स्थापित किया गया था?

Ans.केरल

 17.मध्य प्रदेश में मझगवां खदान में क्या उत्पन्न होता है

Ans.हीरे

18. मध्य प्रदेश के किस जिले में अफीम और चरस का उत्पादन सबसे अधिक होता है

Ans.मंदसौर

19.भारत के प्रथम और सबसे उम्रदराज उस मतदाता का नाम क्या है जिन्होंने 9 नवंबर 2017 को हिमाचल              प्रदेश में हुए चुनावों में अपनी फ्रेंचाइजी का इस्तेमाल किया था

Ans.श्याम सरण नेगी

 20.विजुअल आर्ट में योगदान देने के लिए वर्ष 2018 में राष्ट्रीय कालिदास सम्मान में किसे सम्मानित किया          गया है

Ans.अंजोली इला  मैनन

21.2018 में इंफोसिस के सीईओ और एमडी के रूप में किसे नियुक्त किया गया है

Ans.सलिल पारेख

22.मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कौन हैं

Ans.सलीना सिंह

23.केरल में कलाड़ी-------- का जन्म स्थल है

Ans.आदिशंकरा

 24.जनवरी 2018 में आयोजित सातवा राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव किस शहर में आयोजित  किया गया था

Ans.बंगलौर

 25.किस  भारतीय ने वर्ष 2017 में ICC पुरुष क्रिकेट खिलाड़ी के लिए 'सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी' को जीता?

 Ans.विराट कोहली

26.मध्य प्रदेश में  रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय  कहा स्थित  हे

Ans.जबलपुर

27.मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष कौन है

Ans.न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन

28.मध्य प्रदेश वित्त निगम का मुख्य कार्यालय कहां स्थित है

Ans. इंदौर

29.मध्य प्रदेश की  राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के राज्यपाल से पहले किस राज्य की  मुख्यमंत्री थी

 Ans.गुजरात

30.मध्य प्रदेश शासन द्वारा 'राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान' किस क्षेत्र में दिया जाता है

Ans.हिंदी व्यंग

31.अबधी बोली में लिखे गए महाकाव्य पद्मावत के रचयिता कौन है

Ans.मलिक मोहम्मद जायसी


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सितंबर 27, 2018

most importent vyapam_MPPSC gk for 2018(2018 के लिए सबसे महत्वपूर्ण vyapam GK , MPPSC GK )

MOST IMPORTENT MPPSC AND VYAPAM GK


Sr.No
1 भारतीय अपराध अभिलेख ब्यूरो नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार वर्ष 2017 में उच्चतम अपराध दर किस राज्य में थी 
Ans. दिल्ली
2 किस प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री का जन्म तथा पालन-पोषण मध्यप्रदेश में हुआ 
Ans. जया बच्चन
3 रणजी ट्रॉफी चैंपियनशिप 2017 18 किसने जीती
Ans.  विदर्भ
4 मध्य प्रदेश पुलिस का ध्येय वाक्य  (आदर्श वाक्य) क्या है
Ans. देशभक्ति जनसेवा
5 भारतमाला परियोजन का उद्देश्य क्या है
Ans. राजमार्गों का निर्माण करना
6 भारत सरकार की "नई मंजिल योजना" का उद्देश्य क्या है
Ans. अल्पसंख्यकों के लिए शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण
7 किस भारतीय को वर्ष 2017 में विश्व सुंदरी के खिताब से नवाजा गया था
Ans. मानुषी छिल्लर
8 किस पद्म विभूषण पुरस्कार विजेता को शास्त्रीय गायिका को ठुमरी की रानी के नाम से जाना जाता है
Ans. गिरिजा देवी
9 प्रतिष्ठित एथलीट गगन नारंग किस खेल से जुड़े हुए हैं
Ans. शूटिंग
10 मध्य प्रदेश के लगभग कितने लोगों को आधिकारिक रूप से अनुसूचित जनजातियों के रूप में वर्गीकृत किया गया है
Ans. 1/5
11 मध्यप्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री कौन है
Ans. अर्चना चिटनिस
12 मध्य प्रदेश में लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान कहां स्थित है
Ans.  ग्वालियर
13 मध्य प्रदेश सरकार द्वारा घोषित 'सबल योजना' का उद्देश्य क्या है
Ans. मुफ्त या सब्सिडी वाली बिजली

Sr.No
14  अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने मध्य प्रदेश के भोपाल खरगोन सागर नामक 3 जिलों में की______ स्थापना की है
Ans. टीचर लर्निंग सेंटर (शिक्षक अध्यापन केंद्र)
15  वर्तमान में कौन मध्य प्रदेश शासन के एडवोकेट हैं
Ans. पुरुषेन्द्र  कौरव 
16 LPGA (लेडीज प्रोफेशनल गोल्फ एसोसिएशन) टूर चैंपियनशिप के लिए अहर्ता प्राप्त करने वाली पहली भारतीय गोल्फर कौन बनी
Ans. अदिति अशोक
17 उस भारतीय क्रिकेटर का नाम क्या है जिन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में पहली बार वैश्विक क्रिकेट अकादमी का उद्घाटन किया
Ans. सौरभ गांगुली
18 मध्यप्रदेश में "रुक जाना नहीं" योजना निम्न में किस से संबंधित है
Ans. मध्य प्रदेश राज्य ओपन स्कूल
19 'सक्षम 2018' भारत सरकार का एक कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य________ को  बढ़ावा देना है
Ans. ईंधन संरक्षण
20  भोपाल में आयोजित लोकरंग समारोह प्रत्येक वर्ष कब मनाया जाता है
Ans. गणतंत्र दिवस पर
21 मध्यप्रदेश में जनसंख्या का कितना प्रतिशत गांव में है
Ans. 75%
22 1950 में ब्रिटिश सेंट्रल प्रांत और बरार से किसे मध्य प्रदेश की राजधानी बनाया गया था
Ans. नागपुर
23 मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है
Ans. गोंड
24 वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश राज्य द्वारा फिल्म से संबंधित कौन सा राष्ट्रीय पुरस्कार जीता
Ans. सर्वाधिक फिल्म मित्रता पूर्ण राज्य  (मोस्टली फिल्म फ्रेंडली स्टेट)
25 मध्य प्रदेश में आयोजित खजुराहो महोत्सव किस क्षेत्र से संबंधित है
Ans. शास्त्रीय नृत्य
26 मध्य प्रदेश में कितने मंडल डिवीजन हैं
Ans. 10
27 मध्य प्रदेश के निम्नलिखित स्थानों में से कहां जून 2018 में कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम और कला एवं संस्कृति केंद्र का उद्घाटन किया गया था
Ans. रीवा
28 विश्व बैंक ने मध्य प्रदेश में के संबंध में अप्रैल 2018 को भारत सरकार के साथ $210 मिलीयन रेल समझौते पर हस्ताक्षर किए
Ans. ग्रामीण कनेक्टिविटी
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सितंबर 01, 2018

भारत में विश्व धरोहल स्थल(World Heritage Sites in India)

वर्ष 1983:-

1. आगरा का किलाः आगरा का किला, इसे “लाल किला” भी कहते हैं, भारत के आगरा शहर में स्थित है। वर्ष 1983 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था। यह ताजमहल से करीब 2.5 किलोमीटर दूर है। वर्ष 1565 में महान मुगल सम्राट अकबर ने इसका निर्माण करवाया था। प्राचीन काल में आगरा भारत की राजधानी हुआ करता था। यह शानदार किला यमुना नदी के किनारे बना है। 380,000 वर्गमीटर ( 94 एकड़) में बना यह किला अर्द्धवृत्ताकार है। इसके चार दरवाजे हैं, किले के दो दरवाजे– दिल्ली गेट और लाहौर गेट नाम से जाने जाते हैं।

2. अजंता की गुफाएं: भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले में पड़ने वाली अजंता की गुफाओं में चट्टानों की बनी करीब 30 बौद्ध गुफा स्मारक हैं जिनका निर्माण ई.पू. 2 शताब्दी से लेकर 480 या 650 ई. तक किया गया था। गुफा में बने चित्र बौद्ध धर्म कला की प्रसिद्ध रचनाओं पर आधारित हैं, इसमें भगवान बुद्ध को भी चित्रित किया गया है और जातक कथाओं (भगवान बुद्ध के जीवन से संबंधित कहानियां) का चित्रण भी है। अजंता की गुफाएं 1983 से यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में हैं।



3. एलोरा की गुफाएं: एलोरा भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले के 29 किलोमीटर (18 मील) उत्तर– पश्चिम में स्थित एक परातात्विक स्थल है। इसका निर्माण कलाचूरी, चालुक्य और राष्ट्रकूट राजवंश ने 6 ठी से 9वीं शताब्दी के दौरान कराया था। 34 गुफाएं वास्तव में चारनंद्री पहाड़ियों के लंबवत हिस्से पर बनाई गई हैं। ये गुफाएं हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म को समर्पित हैं। 17 हिन्दू (गुफा संख्या 13–29), 12 बौद्ध (गुफा सं. 1–12) और 5 जैन (गुफा सं. 30–34) को एक दूसरे के साथ– साथ बनाया गया है। एलोरा की गुफाओँ को 1983 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।


4. ताज महलः उत्तर प्रदेश: के आगरा जिले में 17 हेक्टेयर जमीन पर बने मुगल गार्डन के भीतर बना ताज महल यमुना नदी के किनारे स्थित है। इसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में करवाया था। 1632 ई. में इसका निर्माण कार्य शुरु हुआ था और 1648 में बन कर यह तैयार हो गया था। ताज महल के मुख्य वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी थे। इसके निर्माण के लिए पूरे साम्राज्य और मध्य एशिया एवं ईरान से राजमिस्त्री, पत्थर– काटने वाले, भीतर की दीवार बनाने वाले, नक्काशीकार, चित्रकारों, सुलेखकों, गुंबद बनाने वालों और अन्य कारीगरों को बुलाया गया था।


वर्ष 1984:


5. महाबलीपुरम के स्मारकों का समूह: अभयारण्यों का यह समूह, पल्लव राजाओं द्वारा बनाया गया था। 7वीं और 8वीं शताब्दी में कोरोमंडल के तट के चट्टानों पर खुदाई करवाया गया था। यह मुख्य रूप से अपने रथों ( रथ के रूप में मंदिरों), मंडप ( गुफा अभयारण्य), विशालकाय उभरी हुई नक्काशियां जैसे प्रसिद्ध ‘गंगा के अवतरण’, शिव की महिमा को दर्शाते हजारों मूर्तियों वाले किनारे पर बने मंदिर (the temple of Rivage) के लिए जाना जाता है।


6. सूर्य मंदिर कोणार्कः भारत की विरासत में वास्तुकला का चमत्कार, कोणार्क का सूर्य मंदिर, आमतौर पर जिसे कोणार्क नाम से जाना जाता है, भारत के पूर्वी राज्य ओडीशा (पहले उड़ीसा कहा जाता था) में स्थित है और पर्यटकों के प्रमुख आकर्षण केंद्र में से एक है। कोणार्क भगवान सूर्य को समर्पित विशाल मंदिर है। कोणार्क शब्द ‘कोण’ और ‘अर्क’ से मिल कर बना है। ‘कोण’ का अर्थ है कोना और ‘अर्क’ का अर्थ है सूर्य, इसलिए इसका अर्थ हुआ– कोने का सूर्य। कोर्णाक का सूर्य मंदिर पुरी के उत्तर पूर्वी कोने में बना है और यह भगवान सूर्य को समर्पित है।

वर्ष 1985:

7. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यानः काजीरंगा भारत के असम राज्य के दो जिलों – नागांव जिले के कालियाबोर सबडिविजन और गोलाघाट जिले के बोकाखाट सबडिविजन के बीच 26°30′ उ और 26°45′ उ आक्षांश और 93°08′ पू से 93°36′ पू देशांतर के बीच स्थित है। काजीरंगा 378 वर्ग किमी (146 वर्ग मील) में फैला है। यह विश्व विरासत स्थल है। यहां एक–सींग वाले गैंडे की दो– तिहाई आबादी पाई जाती है। विश्व के संरक्षित इलाकों में से काजीरंगा में सबसे अधिक बाघ पाए जाते हैं और इसे 2006 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था।



8. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान: भरतपुर पक्षी अभयारण्य के नाम से जाना जाने वाला केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भारत के दो सबसे ऐतिहासिक शहरों आगरा और जयपुर के बीच है। उत्तर भारत का यह उद्यान देश के राजस्थान राज्य के उत्तर पश्चिम हिस्से में स्थित है। वर्ष 1982 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था और 1985 में यूनेस्को ने इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया। यह उद्यान बास्किंग पैथॉन (बास्किंग अजगर), पेंटेड स्टॉर्क, हिरण, नीलगाय और अन्य पशुओं समेत 370 से अधिक पक्षी और पशु प्रजातियों का निवास स्थान है। यह मुख्य रूप से प्रवासी साइबेरियाई सारसों के लिए जाना जाता है।


9. मानस वन्यजीव अभयारण्य: यह असम राज्य के भूटान– हिमालय पर्वतमाला की तलहटी में बसा है। यह अनूठे जैवविविधता और परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध है। वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर परियोजना के तहत टाइगर रिजर्व के नेटवर्क में शामिल होने वाला यह पहला रिजर्व था। 1985 में मानस वन्यजीव अभयारण्य को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला। वर्ष 1989 में, मानस को बायोस्फीयर रिजर्व का दर्जा मिला। यह पश्चिम में संकोश नदी और पूर्व में धानसीरी नदी के साथ 2837 वर्ग किमी के इलाके में फैला है।

वर्ष 1986:

10. गोवा के चर्च और आश्रम (कॉन्वेंट): भारत के पश्चिमी तट पर स्थित इस राज्य के वेल्हा (पुराने) गोवा के चर्च और आश्रम पुर्तगाली शासन के युग से ही हैं। 16वीं और 17वीं शताब्दी के बीच पुराने गोवा में व्यापक स्तर पर चर्चों और गिरजाघरों का निर्माण किया गया था, इनमें शामिल हैं– से कैथेड्रल, सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी के चर्च और आश्रम, सेंट कैथरीन चैपल, बेसिलिका ऑफ बोम जीसस, चर्च ऑफ लेडी ऑफ रोजरी, चर्च ऑफ सेंट. ऑगस्टीन। इस भव्य भवन का निर्माण राजा जोम सेबैस्टियो (1557-78) के शासनकाल में 1562 ई. में शुरु हुआ था और यह 1619 में बन कर तैयार हुआ। चर्च की लंबाई 250 फीट और चौड़ाई 181 फीट है। इमारत का मुख हिस्सा 115 फीट उंचा है। भवन पुर्तगाली– गौथिक शैली में बना है जिसका बाहरी हिस्सा टक्सन शैली और आंतरिक हस्सा कोरिंथियन शैली में बना है। कैथेड्रल की बाहरी साज–सज्जा अपने सादगी भरे शैली के लिए उल्लेखनीय है जबकि इसकी गुंबदनुमा आंतरिक सज्जा पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।



11. फतेहपुर सीकरी: फतेहपुर सीकरी का निर्माण बादशाह अकबर ने 16वीं सदी में बनवाया था। फतेहपुर सीकरी ( विजय का शहर) करीब दस वर्षों तक मुगल साम्राज्य की राजधानी था। स्मारकों का परिसर और मंदिर, सभी एकसमान वास्तुकला शैली में बने हैं, इसमें भारत के सबसे बड़े मस्जिदों में से एक जामा मस्जिद भी है। सूफी संत शेख सलीम चिश्ती ( जो एक गुफा में रहते थे) के सम्मान में बादशाह अकबर ने अपने घर और दरबार को आगरा से लाकर सीकरी में बसा लिया था।


12. हंपी में स्मारकों का समूह: हंपी की सादगी और भव्यता में मुख्य रूप से अंतिम महान हिन्दू साम्राज्य विजयनगर साम्राज्य ((14वीं – 16वीं शती ई.) की राजधानी के अवशेष मिलते हैं। संपत्ति 4187, 24 हेक्टेयर इलाके में है जो मध्य कर्नाटक के बेलारी जिले में तुंगभद्रा घाटी में है। हंपी के शानदान सेटिंग में भौतिक अवशेषों की व्यापकता के साथ तुंगभद्रा नदी, ऊबड़–खाबड़ पर्वत श्रृंखलाएं और खुले मैदान की प्रमुखता है। बचे हुए 1600 अवशेषों से शहरी, शाही और धार्मिक प्रणालियों की विविधता का पता चलता है। इन अवशेषों में किले, नदी किनारे बनी कलाकृतियां, शाही एवं धार्मिक परिसर, मंदिर, आश्रम, स्तभ वाले कक्ष, मंडप, स्मारक संरचनाएं, द्वार, सुरक्षा चेक पोस्ट, अस्तबल, पानी की संरचना आदि शामिल हैं।


13. खजुराहो के स्मारकों का समूह:खजुराहो के मंदिर (मध्यप्रदेश में) देश के सबसे खूबसूरत मध्ययुगीन स्मारकों में से एक हैं। इन मंदिरों का निर्माण चंदेल शासकों ने 900 और 1130 ई. के बीच करवाया था। वह चंदेलों के शासन का स्वर्णयुग था। माना जाता है कि प्रत्येक चंदेल शासक ने अपने शासनकाल के दौरान एक मंदिर का निर्माण करवाया था। इसलिए खजुराहो के सभी मंदिर किसी एक चंदेल शासक द्वारा नहीं बनवाए गए हैं बल्कि मंदिर का निर्माण कराना चंदेलों की परंपरा थी जिसका चंदेल वंश के ल गभग सभी शासकों ने पालन किया।

वर्ष 1987:

14. एलिफेंटा की गुफाएं: एलिफेंटा की गुफाएं (स्थानीय स्तर पर घरापुरीची लेनी, मूल रूप से घरापुरी के नाम से जाना जाता है) महाराष्ट्र के मुंबई में एलिफेंटा द्वीप या घरापुरी (शाब्दिक अर्थ– गुफाओं का शहर) पर स्थित मूर्तियों की गुफाओं की श्रृंखला है। द्वीप अरब सागर में है, यहां गुफाओं के दो समूह हैं– पहला समूह बड़ा है औऱ इसमें हिन्दुओं की पांच गुफाएं हैं। दूसरा समूह छोटा है और इसमें दो बौद्ध गुफाएं हैं। हिन्दू गुफाओँ में चट्टानों को काट कर मूर्तियां बनाई गईं हैं, जो शैव हिन्दू संप्रदाय का प्रतीक हैं और भगवान शिव को समर्पित है।



15. महान चोल मंदिर: महान चोल मंदिरों का निर्माण चोल साम्राज्य के राजाओं द्वारा करवाया गया था। यह पूरे दक्षिण भारत और पड़ोसी द्वीपों में बना हुआ है। यहां 11वीं और 12वीं शताब्दी के मंदिर– तंजावुर का बृहदेश्वरा मंदिर, गंगाईकोंडाचोलिश्वरम का बृहदेश्वर मंदिर और दारासुरम का एरावाटेश्वर मंदिर। गंगाईकोंडाचोलिश्वरम का मंदिर का निर्माण राजेन्द्र प्रथम ने करवाया था और यह 1035ई. में बनकर तैयार हुआ था। इसका 53 मी का विमान (गर्भगृह मीनार) के कोने धंसे हुए हैं और उनमें सुंदर उर्ध्व नक्काशी की गई है, यह तंजावुर का सीधा एवं सख्त मीनार के जैसा है। एरावाटेश्व मंदिर परिसर का निर्माण राजराजा द्वितीय ने दारासुरम में करवाया था, इसमें 24 मी का विमान और शिव की पत्थर की मूर्ति है।


16. पत्तदकल के स्मारकों का समूह: कर्नाटक में पत्तदकल उद्धारक कला का उत्कृष्ट नमूना है। इनका निर्माण चालुक्य वंश के दौरान 7वीं और 8वीं शताब्दी में कराया गया था। इसमें उत्तर एवं दक्षिण भारत की वास्तुकला का सामंजस्य देखने को मिलता है। नौ हिन्दू मंदिरों की प्रभावशाली श्रृंखला के साथ– साथ इसमें एक जैन अभयारण्य भी है। समूह का उत्कृष्ट नमूना–विरुपाक्ष मंदिर है, इसका निर्माण महारानी लोकमहादेवी ने 740 ई. में अपने पति की दक्षिण के राजाओं पर मिली जीत की याद में करवाया था।


17. सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान: विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा, सुन्दरबन, भारत और बांग्लादेश के 10,200 वर्ग किमी में फैले सदाबहार वन में है। भारत की सीमा में पड़ने वाला वन का हिस्सा सुन्दरबन राष्ट्रीय उद्यान कहलाता है और पश्चिम बंगाल राज्य का दक्षिणी हिस्सा है। सुंदरबन 38,500 वर्ग किमी इलाके में है। इसका एक तिहाई हिस्सा पानी/दलदल से भरा है। इस जंगल में सुंदरी वृक्षों की संख्या बहुत अधिक है। सुंदरवन रॉयल बंगाल टाइगर के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

वर्ष 1988:

18. नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान: वर्ष 1982 में नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना राष्ट्रीय उद्यान के तौर पर की गई थी। यह उत्तर भारत के उत्तराखंड राज्य में नंदा देवी की पहाड़ी (7816 मी) पर स्थित है। वर्ष 1988 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था। इस उद्यान को 1982 में अधिसूचना द्वारा संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के नाम से स्थापित किया गया था लेकिन बाद में इसका नाम नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया। फूलों की करीब 312 प्रजातियों समेत यहां 17 दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं। देवदार, संटी, रोडोडेंड्रन और जुनिपर मुख्य वनस्पति हैं।


वर्ष 1989:

19. सांची का बौद्ध स्तूप: भारत में बौद्ध पर्यटकों के लिए सांची काफी लोकप्रिय स्थान है। यह मध्य प्रदेशके रायसेन जिले के सांची में स्थित है। सांची का स्तूप भारत में सबसे पुराने पत्थर से बनी इमारतों में से एक है। मूल रूप से इसे सम्राट अशोक ने बनवाना शुरु किया था। स्तूप 91 मीटर (298.48 फीट) ऊंची पहाड़ी पर बना है। यूनेस्को ने 1989 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषितकिया था।यह भारत में अनूठा है क्योंकि इसकी उम्र और गुणवत्ता, बौद्ध स्तूरों के समूह, मंदिरों और सांची के मठ (जिसे प्राचीन काल में काकान्या, काकानावा, काकानादाबोटा और बोटा श्री पर्वत कहते थे) मौजूद सबसे पुराने बौद्ध अभयारण्यों में से एक हैं। ये स्मारक 3 सदी से 12वीं सदी के बीच 1300 वर्षों की अवधि, लगभग संपूर्ण शास्त्रीय बौद्ध काल में, के दौरान बौद्ध कला और वास्तुकला की उत्पत्ति एवं विकास की कहानी कहते हैं।


वर्ष 1993:

20. हुमायूं का मकबरा, दिल्ली: दिल्ली स्थित हुमायूं का मकबरा पहला भव्य शाही मकबरा है जो मुगल वास्तुकला और स्थापत्य शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है जो और जिसने अपने निर्माण के 80 वर्षों के बाद ताज महल को जन्म दिया। हुमायूं का मकबरा 21.60 हेक्टेयर में बना है। इसमें 16वीं सदी के मुगल उद्यान के गुंबदों जैसे नीला गुंबद, इसा खान, बू हलीमा, अफसरवाला, नाई का मकबरा भी है। साथ ही परिसर में हुमायूं के मकबरे के लिए काम पर रखे गए वास्तुकार– अरब सेराई रहते थे। हुमायू का मकबरा था, हुमायूं के बेटे महान शहंशाह अकबर के संरक्षण में 1560 के दशक में बना था।

21. कुतुब मीनार, दिल्ली: कुतुबमीनार दिल्ली के दक्षिण में कुछ किलोमीटर दूर करीब 13वीं सदी में बना था। कुतुबमीनार, लाल बलुआ पत्थर से बनी मीनार 72.5 मी ऊंची है, इसकी चौड़ाई 2.75 मीटर और इसके आधार से 14.32 मी. की उंचाई से प्रार्थना की जाती है। इसके आस–पास अलाई दरवाजा द्वार, हिन्दू– मुस्लिम कला का उत्कृष्ट नमूना (1311 में बना) है। कुतुब मीनार के बनने में काफी समय लगा (करीब 75 वर्ष)। इसका निर्माण कुतुब–उद– दीन ऐबक ने 1193 में शुरु करवाया था और इसका निर्माण कार्य इल्तुतमिश ने पूरा कराया था।

वर्ष 1999:

22. भारत के पहाड़ी रेलवे: भारत के पहाड़ी रेलवे में तीन रेलवे हैं– दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे, जो पश्चिम बंगाल (उत्तर पूर्व भारत) में हिमालय की तलहटी में स्थित है, क्षेत्रफल 5.34 हेक्ट., नीलगिरि माउंटेन रेलवे, तमिलनाडु (दक्षिण भारत) के नीलगिरी पहाड़ी पर 4.59 हेक्. क्षेत्र में बना और कालका शिमला रेलवे जो हिमाचल प्रदेश (उत्तर पश्चिम भारत) में हिमालय की तलहटी में 79.06 हेक्. क्षेत्र में है। ये सभी तीन रेलवे अभी भी पूरी तरह से काम कर रहे हैं और चालू हैं।

वर्ष 2001:

23. बोध गया का महाबोधी मंदिर परिसर:  ई.पू. तीसरी सदी में बना महाबोधी मंदिर परिसर सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया पहला मंदिर है।वर्तमान मंदिर 5वीं– 6ठी शदी का बना मंदिर है। यह पूरी तरह से ईंटों से बना सबसे पहले बौद्ध मंदिरों में से एक है, और सदियों से ईंट वास्तिकला के विकास में इसका महत्वपूर्ण प्रभाव माना जाता है। बोध गया में महाबोधी मंदिर परिसर का वर्तमान परिसर में 50 m ऊंचा विशाल मंदिर, वज्रासन, पवित्र बोधी वृक्ष औऱ भगवान बुद्ध के अन्य छह पवित्र स्थल है जो कई प्राचीन स्तूपों से घिरे हैं। इनका रखरखाव बहुत अच्छे से किया जाता है और ये आंतरिक, मध्य एवं बाहरी गोलाकार चारदीवारों से संरक्षित हैं। यह कुल 4.8600 हेक्टेयर इलाके में है

वर्ष 2003:

24. भीमबेटका पाषाण आश्रय: यह पांच पाषाण आश्रयों का समूह है और 2003 में इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला था। भीमबेटका पाषाण आश्रय विंध्य पर्वतमाला के तलहटी में मध्य भारतीय पठार के दक्षिणी छोर पर स्थित है। बहुत मात्रा में बलुआ पत्थर और अपेक्षाकृत घने जंगलों के बीच ये पांच प्राकृति पाषाण आश्रयों का समूह हैं। इनमें मध्यपाषाण काल से ऐतिहासिक काल के बीच की चित्रकला मिलती है। इस स्थान के आस– पास के इक्कीस गांवों के निवासियों की सांस्कृतिक परंपरा में पाषाणों पर मिली चित्रकारी की बहुत अधिक छाप मिलती है। भीमबेटका के पाषाण आश्रय में पाई गई चित्रकारी में से कुछ तो करीब 30,000 वर्ष पुराने हैं। गुफाएं नृत्य के प्रारंभिक साक्ष्य भी देते हैं। ये पाषाण स्थल मध्य प्रदेश में हैं।

वर्ष 2004:

25. चंपानेर– पावागढ़ पुरातत्व उद्यान: मोटे तौर पर अनजान पुरातात्विक, ऐतिहासिक और जीवित सांस्कृतिक विरासत स्थल जो प्रागैतहासिक स्थलों से घिरे प्रभावशाली लैंडस्केप के बीच स्थित है, पूर्व हिन्दू राजधानी का पहाड़ी वन और 16वीं सदी तक गुजरात राज्य की राजधानी रहा। यहां अन्य अवशेषों के साथ 8 वीं से 14वीं शती के बीच बने दुर्ग, महल, धार्मिक भवन, आवासीय परिसर, कृषि भूमि और जल प्रतिष्ठान भी हैं। पावागढ़ पहाड़ी के शीर्ष पर बना कालिकामाता मंदिर को महत्वपूर्ण मंदिर माना जाता है और यहां पूरे वर्ष श्रद्धालु आते रहते हैं। यह एक मात्र पूर्ण और अपरिवर्तित इस्लामी मुगल– पूर्व शहर है।

26. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (पहले विक्टोरिया टर्मिनस): छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (पहले विक्टोरिया टर्मिनस कहते थे), अरब सागर के तट को छूते भारत के पश्चिमी हिस्से में मुंबई में है। इस भवन का डिजाइन एफ. डब्ल्यू. स्टीवेंस ने तैयार किया था, यह 2.85 हेक्टेयर इलाके में फैला है। वर्ष 1878 में इसका निर्माण कार्य शुरु हुआ था और करीब दस वर्षों में बन कर यह तैयार हुआ। यह विश्व के सबसे अच्छे कार्यात्मक रेलवे स्टेशन भवनों में से एक है और रोजाना तीस लाख से अधिक यात्री इसका प्रयोग करते हैं। यह दो संस्कृतियों के संगम का उत्कृष्ट नमूना है, क्योंकि इसमें ब्रिटिश वास्तुकारों ने भारतीय कारीगरों के साथ मिल कर काम किया था ताकि वे भारतीय वास्तुकला परंपरा और प्रतीकों को इसमें शामिल कर सके और मुंबई के लिए नई शैली तैयार कर सकें। यह उपमहाद्वीप का पहला ट्रमिनस स्टेशन था।

वर्ष 2007:

27.लाल किला परिसर (दिल्ली): वर्ष 1638 में शाहजहां ने अपनी राजधानी दिल्ली को बनाया और शाहजहांबाद शहर की नींव रखी। यह दिल्ली का सातवां शहर था। यह कंकड़-पत्थर से बनी दीवार से घिरी थी और जगह – जगह पर गढ़, फाटक और दरीचे बने थे। लाल किले में चौदह दरवाजे हैं और लाहौरी गेट इसका मुख्य दरवाजा है। इसका निर्माण 13 मई 1638 में मुहर्रम के पावन महीने में शुरु हुआ था और आगामी नौ वर्षों में यह बन कर तैयार हुआ था। शाहजहां खुद इसके निर्माण की निगरानी करते थे। वर्ष 2007 में यूनेस्को ने इसे विश्व विरासत स्थल का दर्जा दिया था।

वर्ष 2010:

28. जंतर– मंतर, जयपुर: जयपुर का जंतर मंतर खगोलीय प्रेक्षण स्थल है जिसका निर्माण 18वीं सदी के आरंभ में किया गया था। इसमें करीब 20 मुख्य निश्चित उपकरणों का सेट है। इसमें ज्ञात उपकरणों के स्मारक संबंधी उदाहरण हैं लेकिन कई मामलों में उनके खुद के विशेष लक्षण हैं। नंगी आंखों से खगोलीय स्थिति के अवलोकन हेतु डिजाइन किए गए जंतर मंतर में कई नवीन वस्तुओं एवं उपकरणों को लगाया गया था। यह भारत के सर्वाधिक महत्वपूर्ण, सबसे व्यापक और सर्वश्रेष्ठ संरक्षित ऐतिहासिक वेधशालाओं में से एक है। यह मुगल साम्राज्य के अंत में एक विद्वान राजकुमार के खगोलीय कौशलों और ब्रह्मांड से संबंधित अवधारणाओं की अभिव्यक्ति है। हालांकि इसके निर्माता राजकुमार जय सिंह द्वितीय के प्रोत्साहन के माध्यम से वेधशाला अलग– अलग वैज्ञानिक संस्कृतियों की बैठकों का केंद्र बना और ब्रह्मांड विज्ञान से जुड़े व्यापक सामाजिक प्रथाओं को जन्म दिया।

वर्ष 2010:

29. पश्चिमी घाट: पश्चिमी घाट तापी नदी की चोटी से निकलकर कन्याकुमारी की गुफा तक 1600 किमी की दूरी तक फैला है इसकी औसत उंचाई 1200 मीटर है। यह वास्तविक पहाड़ी श्रृंखला नहीं है, बल्कि यह प्रायद्वीपीय पठार के टूटे हुए हिस्से का भाग है। पश्चिमी घाटों की ऊंचाई उत्तर से दक्षिण की तरफ बढ़ती है जबकि पूर्वी घाट की ऊंचाई दक्षिण से पूर्व की ओर बढ़ती है। पश्चिमी घाट पूर्वी घाट की तुलना में अधिक अविरल है।

हिमालय की पहाड़ों से पुराने पश्चिमी घाट की पहाड़ी श्रृंखला अनूठे जैवभौतिक और पारिस्थितिक प्रक्रियाओँ के साथ बेहद महत्वपूर्ण भू– आकृतियों से भरा है। इलाके के उंचे पर्वतीय वन पारिस्थितिकी प्रणालियां भारतीय मॉनसून के पैटर्न को प्रभावित करती हैं। इलाके के उष्णकटिबंधीय जलवायु को संयमित करने के साथ यह स्थान इस ग्रह पर मॉनसून प्रणाली का सर्वश्रेष्ठ उदाहरणों में से एक है। साथ ही इसमें जैव विविधता एवं स्थानीयता का असाधारण उच्च स्तर भी है। इसे विश्व के जैव विविधता का आठवां सबसे अधिक आकर्षकण का केंद्र भी माना जाता है। यहां के जंगलों में गैर–विषुवतीय उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन के कुछ सबसे अच्छे उदाहरण भी मिलते हैं। ये जंगल कम– से– कम 325 प्रकार के फूलों, वनस्पतियों, पक्षियों, उभयचरों, सरीसृपों और मछली की विलुप्तप्राय प्रजातियों का निवास स्थान है।

वर्ष 2013:

30. राजस्थान के पहाड़ी किले: राजस्थान राज्य में स्थित सिलसिलेवार स्थान। इसमें छह आलीशान किले– चितौड़गढ़, कुंभलगढञ, सवाई माधोपुर, झालवार, जयपुर और जैसलमेर, हैं। किलों की उदार वास्तुकला, 8 वीं से 18 वीं शताब्दी के बीच इलाके में राजपूत रिसायसों की चरण सत्ता का प्रमाण आस– पास के करीब 20 किलोमीटर के दायरे में देता है। रक्षात्मक दीवारों से घिरे प्रमुख शहरी केंद्रों, महलों, व्यापारिक स्थानों और मंदिरों समेत अन्य भवनों अक्सर समय से पूर्व बने दुर्गों में विस्तृत सभ्य संस्कृति का विकास हुआ जो शिक्षा, संगीत और कला का समर्थन करते थे। दुर्ग में बने कुछ शहरी केंद्र अभी भी बचे हैं क्योंकि कई स्थलों में मंदिर और अन्य पवित्र भवन हैं। किले इलाके द्वारा प्रदान किए गए प्राकृतिक सुरक्षा उपायः पहाड़, रेगिस्तान, नदियां और घने वन, का प्रयोग करते थे। इनमें व्यापक जल संचयन संरचना भी है जिनका आज भी प्रयोग जारी है।

वर्ष 2014:

31. रानी– की– वाव (रानी की बावड़ी) पाटण, गुजरात: सरस्वती नदी के किनारे पर बनी रानी– की – वाव का निर्माण आरंभ में 11वीं शताबदी में एक राजा के स्मारक के तौर पर कराया गया था। बावड़ियां भारती उपमहाद्वीप में भूमिगत जल संसाधन और भंडारण प्रणालियों का एक विशेष रूप हैं और इनका निर्माण ईसा पूर्व तीसरी सहस्राब्दी में किया गया था। समय के साथ इनका विकास हुआ जो मूल रूप से रेतीली मिट्टी में गढ्ठा के रूप में हुआ करता था, विकसित रूप में यह वास्तुकला एवं स्थापत्य कला की बहु–मंजिला इमारत बन गया। रानी– की– वाव का निर्माण बावड़ी के निर्माण और मारु– गुर्जर स्थापत्य शैली में कारीगर की क्षमता के आधार पर बनाया गया था। यह उसके जटिल तकनीक और विस्तार एवं महारथ को दर्शाता है। एक औंधे मंदिर के डिजाइन वाले इस बावड़ी में पानी की पवित्रता पर प्रकाश डाला गया है। उच्च कलात्मक गुणवत्ता के मूर्तिकला पैनल के साथ यह सीढ़ियों की सात स्तरों में विभाजित है। इसमें 500 से अधिक मुख्य और एक हजार से अधिक गौण मूर्तियां हैं। ये मूर्तियां धार्मिक, पौराणिक और धर्मनिर्पेक्ष कल्पना और साहित्यिक कृतियों को दर्शाती हैं। चौथा स्तर सबसे गहरा। इसमें 9.5 मीटर गुना 9.4 मीटर का आयताकार टैंक है और उसकी गहराई 23 मीटर है। यह बावड़ी संपत्ति के पश्चिमी छोर पर स्थित है और इसमें 10 मीटर व्यास और 30 मीटर गहरा एक शाफ्ट है।

वर्ष 2014:

32. ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान (GHNP): यह भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लु जिले में स्थित है। जीएचएनपी को 1999 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। यह 754.4 वर्ग किमी इलाके में फैला है। ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान कई प्रकार की वनस्पतियों का आवास है और 376 से भी अधिक प्रकार की जीव प्रजातियां यहां पाई जाती हैं। इनमें 32 स्तनधारी, 180 पक्षी, 3 सरीसृप, 10 उभयचर, 12 कीड़े, 18 घोंघा और 126 प्रकार के मकोड़े शामिल हैं। 23 जून 2014 को इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला था।


33. नालंदा महाविहार (नालंदा विश्वविद्यालय), बिहार: बिहार में नालंदा पुरातत्व साइट सीखने का एक केंद्र और 13 वीं सदी के लिए 3 शताब्दी ईसा पूर्व से एक बौद्ध मठ था। आप स्तूप, धार्मिक स्थलों, और विहार के अवशेष गवाह यदि आप परिसर जो एक शानदार युग की एक मिसाल है में चारों ओर टहलने कर सकते हैं। नालंदा एक धर्म के रूप में बौद्ध धर्म के विकास के लिए प्रमाणित और 800 साल के लिए ज्ञान का एक निवास बना रहा। इसकी औपचारिक रूप वैदिक सीखने के लिए जाना जाता है, के रूप में दूर तिब्बत, चीन, कोरिया और मध्य एशिया के रूप में विद्वानों से एक बार दुनिया की यह पहली आवासीय विश्वविद्यालय में भाग लिया। यह द्वितीय विश्व विरासत बिहार में ही में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त साइट है यह और भी अधिक प्रमुख भारतीय पर्यटन के नक्शे पर बना रही है।

बिहार में नालंदा पुरातत्व साइट सीखने का एक केंद्र और 13 वीं सदी के लिए 3 शताब्दी ईसा पूर्व से एक बौद्ध मठ था। आप स्तूपों, मंदिरों और विहार के अवशेष गवाह है, तो आप एक शानदार युग की इस अभिव्यक्ति के परिसर में चारों ओर टहलने कर सकते हैं। नालंदा एक धर्म के रूप में बौद्ध धर्म के विकास के लिए प्रमाणित और 800 साल के लिए ज्ञान का एक निवास बना रहा। इसकी औपचारिक रूप वैदिक सीखने के लिए जाना जाता है, के रूप में दूर तिब्बत, चीन, कोरिया और मध्य एशिया के रूप में विद्वानों से एक बार दुनिया की यह पहली आवासीय विश्वविद्यालय में भाग लिया।


34. कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम: हिमालय में स्थित भारत के उत्तर-पूर्व क्षेत्र में सिक्किम के खूबसूरत राज्य के उत्तर और पश्चिम सिक्किम जिलों के हिस्से सीमाओं, कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान 2016 में एक विश्व विरासत स्थल 35. इसके अलावा भारत में विश्व धरोहर स्थलों की कुल गिनती लेने के घोषित किया गया था के रूप में जाना जाता है कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान (और कंचनजंगा बायोस्फीयर रिजर्व) एक विशाल क्षेत्र 850 वर्ग किमी। फैल रहा है और समुद्र के स्तर से ऊपर 1,829 मीटर 8,500 मीटर की ऊंचाई है। कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान कंचनजंगा चोटी है, जो दुनिया में 3 सबसे ऊंची चोटी है भी शामिल है। राष्ट्रीय उद्यान हिम तेंदुए कभी कभी देखा जा रहा है, इसकी जीव और वनस्पति के लिए प्रसिद्ध है। इस राष्ट्रीय उद्यान में कुछ ट्रेकिंग मार्गों के रूप में अच्छी तरह से करने के लिए ट्रेकिंग उत्साही हैं।


35. कैपिटल कॉम्प्लेक्स, चंडीगढ़: चंडीगढ़ की राजधानी परिसर सहित कई देशों भर ली कार्बुजिए के वास्तुशिल्प काम आधुनिक आंदोलन के लिए उत्कृष्ट योगदान के हिस्से के रूप में एक विश्व विरासत स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी। यह ली कार्बुजिए का काम है, जो वह 20 वीं सदी की पहली छमाही में 17 देशों में किया था का हिस्सा था।

चंडीगढ़ में कैपिटल परिसर में भी दोनों हरियाणा और पंजाब उच्च न्यायालय और सचिवालय के राज्यों के लिए विधान सभा में मेजबान। सेक्टर 1, चंडीगढ़ में स्थित इस कैपिटल जटिल जब चंडीगढ़ भारत के विभाजन के बाद 1950 में पंजाब की राजधानी के रूप में विकसित किया जा रहा था बनाया गया था।


36. अहमदाबाद: गुजरात की 606 साल पुरानी सिटी अहमदाबाद अब विश्व धरोहर सिटी के नाम से जानी जाएगी। यूनेस्को की वर्ल्ड हैरिटेज समिती द्वरा अहमदाबाद शहर को यह दर्जा दिया गया है। पिछले 600 सालों से अहमदाबाद एक शांतिप्रिय शहर के रूप में पहचाना जाता रहा है। यही वो शहर है जहां से महात्मा गांधी ने अंग्रेजों से देश को आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत की थी।अहमदाबाद में कई ऐसे हिंदू और जैन मंदिर है जिनकी नक्काशी काफी सुंदर है। लकड़ी पर बनी ये नक्काशियां यहां आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेती हैं। इसके साथ ही यह शहर इंडो-इस्लामिक वास्तुकला और हिंदू-मुस्लिम कला का एक जीता जागता उदाहरण है।

अहमदाबाद को विश्व धरोहर वाले शहर का दर्जा देने के लिए कई देशों ने भारत का समर्थन किया। जिनमें तुर्की, लेबानन, क्यूबा और पोलैंड जैसे देश शामिल है। भारत के लिए यह गर्व की बात है कि देश का एक शहर विश्व धरोहर में शामिल हुआ है। इसका पूरा श्रेय शहर में रहने वालों लोगों को जाता है जिन्होंने 600 साल पुरानी नक्काशियों और कलाकृतियों को अभी भी जीवित रखा है।


यूनेस्को की सूची में इटली प्रथम स्थान पर (51 विरासत स्थल ) है। द्वतीय स्थान पर चीन (50 विरासत स्थल), स्पेन तृतीय स्थान पर (45 विरासत स्थल) है। भारत अपने 36 विरासत स्थलों के साथ 5वे स्थान पर है।