Vyapam exam
अगस्त 18, 2018
मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के वर्ष 2017 पुरस्कार(Madhya Pradesh Sahitya Academy's Year 2017 Award)
- राज्य की साहित्य अकादमी, संस्कृति परिषद्, भोपाल की पुरस्कार योजना में विभिन्न विधाओं में प्रकाशित श्रेष्ठ कृतियों के लिए अखिल भारतीय पुरस्कार एक लाख रुपये एवं प्रादेशिक पुरस्कार रुपये 51 हजार रुपये देती है।
- साथ ही प्रदेश के रचनाकारों को श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों को रुपये 20 हजार रुपये अनुदान देती है।
- साहित्य अकादमी के वर्ष 2017 के लिए 5 अखिल भारतीय तथा 9 प्रादेशिक पुरस्कार एवं 40 पाण्डुलिपि सहायता अनुदान देने की की है ।
साहित्य अकादमी के वर्ष 2017 के लिए 5 अखिल भारतीय पुरस्कार
- पं. माखनलाल चतुर्वेदी (निबंध) श्री कृष्णकांत चतुर्वेदी (जबलपुर) को ‘अनुवाक्’,
- गजानन माधव मुक्तिबोध (कहानी) श्रीमती उषा जायसवाल (भोपाल) को ‘चरण स्पर्श’,
- राजा वीरसिंह देव (उपन्यास) श्री जगदीश तोमर (ग्वालियर) को ‘नीलकंठ का स्वप्न’,
- आचार्य रामचन्द्र शुक्ल (आलोचना) डॉ. व्यासमणि त्रिपाठी (अण्डमान) को ‘जगन्नाथ दास रत्नाकर’ और
- पं. भवानी प्रसाद मिश्र (कविता) श्री इंदुशेखर तत्पुरुष (जयपुर) को ‘पीठ पर आँख’ कृति के लिए घोषित हुए हैं।
वर्ष 2017 के लिए कुल 9 प्रादेशिक पुरस्कार
- पं. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ (उपन्यास) डॉ. मोहन तिवारी (भोपाल) को ‘वैदेही’,
- सुभद्रा कुमारी चौहान (कहानी) श्री गोपाल माहेश्वरी (इंदौर) को ‘पहली वाली बस’,
- श्रीकृष्ण सरल (कविता) श्री राकेश शर्मा (इंदौर) को ‘स्त्री और समुद्र’,
- नंददुलारे वाजपेयी (आलोचना) डॉ. स्मृति शुक्ला (जबलपुर) को ‘हिन्दी साहित्य कुछ विचार’,
- हरिकृष्ण प्रेमी (नाटक/एकांकी) श्रीमती रंजना चितले (भोपाल) को ‘झलकारी’,
- राजेन्द्र अनुरागी (व्यंग्य, ललित निबंध, आत्मकथा, संस्मरण आदि) डॉ. पद्मा सिंह (इंदौर) को ‘आत्मज्ञान में जगत दर्शन’,
- दुष्यंत कुमार (प्रदेश के लेखक की पहली कृति) श्रीमती ममता वाजपेयी (भोपाल) को ‘भाव पंखी हंस’,
- ईसुरी (लोकभाषा विषयक) डॉ. गंगाप्रसाद गुप्त बरसैया (भोपाल) को ‘बुंदेली निबंध’ कृति के लिए और
- जहूर बख्श (बाल साहित्य) डॉ. प्रीति प्रवीण खरे (भोपाल) को ‘निंदिया के पंख लगे’ कृति के लिए घोषित हुए हैं।
वर्ष 2017 के लिए कुल 40 पाण्डुलिपि सहायता अनुदान के तहत
को देने की घोषणा हुई है।